यूपीः बलिया गोलीकांड का मुख्य आरोपी धीरेंद्र सिंह अब भी गिरफ्त से दूर, तलाश में पुलिस की 10 टीमें


बलिया, बलिया गोलीकांड का मुख्य आरोपी धीरेंद्र सिंह अब तक फरार है. यूपी पुलिस ने सभी आरोपियों पर इनाम बढ़ाकर 50-50 हजार रुपये कर दिया है, लेकिन अब तक 8 नामजद और करीब 25 अज्ञात आरोपियों में सिर्फ 7 की गिरफ्तारी हुई है और इनमें भी सिर्फ दो ही नामजद हैं. बाकी नामजद आरोपियों का कोई पता ठिकाना नहीं है.

वहीं, पुलिस का कहना है कि आरोपियों पर राष्ट्रीय सुरक्षा कानून (NSA) और गैंगस्टर एक्ट के तहत कार्रवाई की जाएगी और 10 टीमें आरोपियों की तलाश में जुटी हैं. इस मामले में अभी तक दो नामजद आरोपियों देवेंद्र प्रताप सिंह और नरेंद्र प्रताप सिंह को गिरफ्तार किया गया है. ये दोनों मुख्य आरोपी धीरेंद्र प्रताप सिंह के भाई हैं. फरार मुख्य आरोपी धीरेंद्र प्रताप सिंह सेना का रिटायर्ड जवान है. वह भूतपूर्व सैनिक संगठन की बैरिया तहसील इकाई का अध्यक्ष भी है.

योगी सरकार पर विपक्ष हमलावर 

इस गोलीकांड पर सिसायत भी जमकर हो रही है. धीरेंद्र सिंह की बीजेपी से नजदीकियों के चलते विपक्ष लगातार योगी सरकार पर हमलावर है. आरोपी का सत्ताधारी दल से जुड़ाव की बात सामने आने के बाद समाजवादी पार्टी (सपा), कांग्रेस और बहुजन समाज पार्टी (बसपा) बीजेपी को घेरने में जुटे हैं. सपा नेता और पूर्व विधायक जय प्रकाश अंचल और कांग्रेस नेता सीबी मिश्रा ने मृतक के परिजनों से मुलाकात की थी. इसके बाद बीजेपी के जिलाध्यक्ष को सफाई देनी पड़ी कि धीरेंद्र पार्टी में किसी पद पर नहीं है.


बीजेपी विधायक का खुला समर्थन 

जिलाध्यक्ष की सफाई के अगले ही दिन विवादित बयानों से हमेशा चर्चा में रहने वाले क्षेत्रीय विधायक सुरेंद्र सिंह ने यह स्वीकार किया कि धीरेंद्र पार्टी का कार्यकर्ता था. क्षेत्रीय बीजेपी विधायक सुरेंद्र सिंह ने फायरिंग की घटना को दुर्भाग्यपूर्ण बताया और लगे हाथ यह भी गिना दिया कि धीरेंद्र के पिता, बहन और अन्य परिजन भी घायल हुए हैं.

17 अक्टूबर की सुबह विधायक सुरेंद्र सिंह रेवती थाना में दूसरे पक्ष के खिलाफ शिकायत दर्ज कराने पहुंचे थे. BJP विधायक ने कहा कि अगर दूसरे पक्ष के खिलाफ केस दर्ज नहीं होगा तो धरने पर बैठ जाऊंगा. वहीं, बैरिया विधायक सुरेंद्र सिंह के बेटे ने भी योगी सरकार को चेतावनी दे दी थी. बेटे विद्याभूषण सिंह हजारी ने फेसबुक के जरिए कहा था, 'योगी जी, अब बर्दाश्त के बाहर हो रहा है. आपके शह पर प्रशासन अत्याचार का अंत कर रहा है. मजबूर होकर सड़क पर उतरेंगे.' 

क्या है पूरा मामला?

बता दें कि बलिया के रेवती थाना क्षेत्र के दुर्जनपुर गांव में 15 अक्टूबर को दोपहर बाद पुलिस और जिला प्रशासन के आला अधिकारियों की मौजूदगी में एक व्यक्ति की गोली मारकर हत्या कर दी गई. वारदात उस वक्त हुई जब कोटा की दुकान के लिए एसडीएम और सीओ की मौजूदगी में गांव में खुली बैठक चल रही थी. इस मामले का मुख्य आरोपी धीरेंद्र प्रताप सिंह है जो अभी तक फरार है. धीरेंद्र सिंह ने वीडियो जारी कर पुलिस प्रशासन पर ही ठीकरा फोड़ा है, लेकिन यूपी पुलिस की 10 टीमें अब तक उसे नहीं पकड़ पाई हैं.

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